Thursday, June 3, 2010

सृष्टि सृजन (Origin of Universe)

सृष्टि से पहले सत नहीं था
असत भी नहीं
अंतरिक्ष भी नहीं
आकाश भी नहीं था
छिपा था क्या, कहाँ
किसने ढका था
उस पल तो
अगम अतल जल भी कहां था|

(ऋग्वेद सूक्तं presented in form of a poem)

1 comment:

  1. हां सच है--

    बाद प्रलय के, श्रिष्टि से पहले,
    वह ईशतत्व, वह वेन विराट;
    परमात्मभाव, रित,ज्येष्ठ ब्रह्म;
    चेतन, जिसकी प्रतिमा न कोई।
    वह एक अकेला ही स्थित था,
    वह कौन, कहां था, किसे पता ॥

    वह था, है, होता है, या नहीं ,
    कब कौन कहां यह समझ सका।
    वह हिरण्यगर्भ या अपः मूल,
    वे देव,प्रक्रिति,रिषि,ग्यान सभी;
    हैं व्याप्त उसी में, फ़िर कैसे,
    वे भला जान पायें उसको ॥

    -डा श्याम गुप्त के " श्रिष्टि" महाकाव्य से.

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